“हिमवंत जिमि गिरिजा महेसहि हरिहि सागर दई।तिमि जनक रामहि सिय समरपी बिस्व कल कीरति नई..॥”️

“हिमवंत जिमि गिरिजा महेसहि हरिहि सागर दई।तिमि जनक रामहि सिय समरपी बिस्व कल कीरति नई..॥”️

Kumar Vishwas

6 дней назад

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